कुतुब मीनार: Timing, Height, Ticket, Images, History और other Information.

कुतुब मीनार भारत की सबसे ऐतिहासिक और अद्भुत इमारतों में से एक है, जिसे देखने हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। इसका शानदार आर्किटेक्चर और लंबा इतिहास इसे देश के सबसे महत्वपूर्ण टूरिस्ट स्पॉट्स में से एक बनाता है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम कुतुब मीनार से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां देंगे, जैसे – timing, height, ticket details, images, history और अन्य महत्वपूर्ण बातें। अगर आप इसे देखने की योजना बना रहे हैं या सिर्फ इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है।


1. कुतुब मीनार का इतिहास (History of Qutub Minar)

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कुतुब मीनार का निर्माण 1192 में दिल्ली के पहले मुस्लिम शासक कुतुब-उद-दीन ऐबक ने शुरू किया था। यह मीनार दिल्ली सल्तनत की विजय के प्रतीक के रूप में बनाई गई थी। ऐबक ने इसकी नींव रखी, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद उनके उत्तराधिकारी इल्तुतमिश ने इसे पूरा किया। बाद में, फिरोज शाह तुगलक ने इसे और ऊंचा किया और मीनार का आज का स्वरूप दिया।

कुतुब मीनार का निर्माण लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से किया गया है, जो इंडो-इस्लामिक आर्किटेक्चर का एक शानदार उदाहरण है। मीनार के चारों ओर उकेरी गई अरबी आयतें और जटिल नक्काशी इसकी स्थापत्य कला को और भी आकर्षक बनाती हैं। इसका एक बड़ा हिस्सा भूकंप और बिजली गिरने से क्षतिग्रस्त हुआ था, जिसे फिर से ठीक किया गया।


2. कुतुब मीनार की ऊंचाई (Height of Qutub Minar)

कुतुब मीनार 73 मीटर (239.5 फीट) ऊंची है, जो इसे भारत की सबसे ऊंची मीनार बनाती है। इसकी पाँच मंजिलें हैं और प्रत्येक मंजिल का डिज़ाइन अलग है। मीनार की ऊंचाई इसे दूर से ही आकर्षण का केंद्र बना देती है, और इसके आसपास का वातावरण इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाता है।

प्रथम मंजिल से लेकर चौथी मंजिल तक मीनार लाल बलुआ पत्थर से बनी है, जबकि पाँचवीं मंजिल पर सफेद संगमरमर का उपयोग किया गया है। मीनार के अंदर 379 सीढ़ियाँ हैं, लेकिन सुरक्षा कारणों से अब पर्यटकों को मीनार के ऊपर जाने की अनुमति नहीं है।


3. कुतुब मीनार के टाइमिंग (Qutub Minar Timings)

कुतुब मीनार पूरे सप्ताह खुला रहता है और इसे देखने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह या शाम का होता है। इसके टाइमिंग निम्नलिखित हैं:

  • खुलने का समय: सुबह 7:00 बजे
  • बंद होने का समय: शाम 5:00 बजे
  • दिन: सोमवार से रविवार

पर्यटकों को सुझाव दिया जाता है कि वे सुबह जल्दी पहुंचे ताकि वे भीड़ से बच सकें और मीनार की खूबसूरती को शांति से देख सकें। इसके अलावा, सुबह और शाम की रोशनी में मीनार और भी खूबसूरत दिखती है, इसलिए ये समय फोटो खींचने के लिए परफेक्ट होते हैं।


4. कुतुब मीनार का टिकट प्राइस (Qutub Minar Ticket Price)

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कुतुब मीनार में एंट्री के लिए आपको टिकट खरीदनी होगी। टिकट की कीमत इस प्रकार है:

  • भारतीय नागरिकों के लिए: ₹40
  • विदेशी पर्यटकों के लिए: ₹600
  • बच्चों (15 साल तक) के लिए: फ्री एंट्री

टिकट ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से खरीदी जा सकती है। अगर आप वीकेंड पर जा रहे हैं, तो सलाह दी जाती है कि ऑनलाइन टिकट बुक करें, ताकि लम्बी कतार से बचा जा सके। ऑनलाइन टिकट बुकिंग का एक और फायदा यह है कि आप क्यूआर कोड के जरिए सीधे एंट्री कर सकते हैं।


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5. कुतुब मीनार कैसे पहुंचे (How to Reach Qutub Minar)

कुतुब मीनार दिल्ली के महरौली इलाके में स्थित है, जो दिल्ली के मुख्य क्षेत्रों से अच्छी तरह से कनेक्टेड है। यहां पहुंचने के कई साधन हैं:

  • मेट्रो द्वारा: कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन (वायलेट लाइन) से लगभग 3 किलोमीटर दूर है। स्टेशन से आप ऑटो, कैब या रिक्शा से आसानी से मीनार तक पहुंच सकते हैं।
  • बस द्वारा: दिल्ली की डीटीसी बसें महरौली और कुतुब मीनार तक चलती हैं।
  • टैक्सी या ऑटो: अगर आप मेट्रो या बस नहीं लेना चाहते हैं, तो आप निजी टैक्सी या ऑटो से भी पहुंच सकते हैं।

दिल्ली के अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों से भी कुतुब मीनार की कनेक्टिविटी शानदार है, जैसे हुमायूँ का मकबरा, लाल किला और इंडिया गेट।


6. कुतुब मीनार की तस्वीरें (Images of Qutub Minar)

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7. कुतुब मीनार परिसर के अन्य आकर्षण (Other Attractions near Qutub Minar)

कुतुब मीनार के आसपास भी कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल हैं, जो इस क्षेत्र को और भी रोमांचक बनाते हैं। इनमें प्रमुख हैं:

  • अलाई दरवाजा: यह कुतुब मीनार परिसर का मुख्य प्रवेश द्वार है, जिसे अलाउद्दीन खिलजी ने बनवाया था।
  • आयरन पिलर: कुतुब मीनार के पास स्थित यह लोहे का स्तंभ 1600 साल पुराना है और इसके बारे में कहा जाता है कि इस पर जंग नहीं लगता।
  • कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद: यह भारत की सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक है, जो परिसर में स्थित है।
  • अलाई मीनार: अलाउद्दीन खिलजी द्वारा एक और मीनार बनाने की योजना थी, जो कुतुब मीनार से भी ऊंची हो, लेकिन वह इसे पूरा नहीं कर सके।

8. कुतुब मीनार से जुड़े रोचक तथ्य (Interesting Facts about Qutub Minar)

  • वर्ल्ड हेरिटेज साइट: कुतुब मीनार को यूनेस्को द्वारा 1993 में वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा दिया गया।
  • भूकंप और बिजली गिरने से क्षति: मीनार का एक बड़ा हिस्सा भूकंप और बिजली गिरने से क्षतिग्रस्त हो चुका है, लेकिन इसे बार-बार मरम्मत कर आज के स्वरूप में वापस लाया गया।
  • अलाउद्दीन खिलजी की योजना: अलाउद्दीन खिलजी ने एक और मीनार (अलाई मीनार) बनवाने की योजना बनाई थी, जो कुतुब मीनार से भी ऊंची हो, लेकिन उसकी मृत्यु के बाद यह अधूरी रह गई।

9. कुतुब मीनार में फोटोग्राफी के लिए बेस्ट टाइम (Best Time for Photography at Qutub Minar)

अगर आप कुतुब मीनार की खूबसूरती को अपने कैमरे में कैद करना चाहते हैं, तो इसके लिए सबसे अच्छा समय है:

  • सुबह जल्दी: जब सूरज की हल्की रोशनी मीनार की नक्काशी को और आकर्षक बनाती है।
  • शाम को सूर्यास्त के समय: जब मीनार और आसपास के इलाके में एक सुनहरा रंग फैल जाता है।

इन दोनों समय पर कम भीड़ भी होती है, जिससे आपको फोटोग्राफी के लिए बेहतर शॉट्स मिल सकते हैं।


कुतुब मीनार न केवल एक ऐतिहासिक धरोहर है, बल्कि भारतीय संस्कृति और वास्तुकला की पहचान भी है। अगर आप दिल्ली की यात्रा पर हैं, तो इसे अपने यात्रा कार्यक्रम में अवश्य शामिल करें। इसके timing, height, ticket, और images से जुड़ी इस जानकारी के साथ आपकी यात्रा और भी खास हो सकती है।

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